
#गढ़वा #बिजलीदरवृद्धि – बिजली फ्री के वादे पर उठे सवाल, भाजपा बोली – महंगाई के जाल में फंसी जनता
- 1 मई से बिजली दरों में हुई बढ़ोतरी को लेकर भाजपा ने जताया कड़ा विरोध
- रितेश चौबे ने झामुमो सरकार पर वादाखिलाफी और जनविरोधी नीति का लगाया आरोप
- गर्मी में बिजली कटौती और महंगी दरों ने उपभोक्ताओं की बढ़ाई परेशानी
- ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्शन के नाम पर अवैध वसूली के आरोप
- भाजपा नेताओं ने कहा – हेमंत सरकार में जनता बिजली से भी वंचित
- महंगाई से त्रस्त लोग, वादों से पीछे हटती दिख रही है सरकार
महंगाई पर डबल वार: सेवा नहीं, सिर्फ बिल बढ़ा
गढ़वा: झारखंड में बिजली दरों में अचानक की गई बढ़ोतरी को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ गया है। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी रितेश चौबे ने झामुमो सरकार को घेरते हुए कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने बिजली फ्री देने का वादा कर जनता को ठगा है।
“सरकार ने बिजली मुफ्त देने की बात की थी, लेकिन अब बढ़ी दरों ने जनता की कमर तोड़ दी है।”
— रितेश चौबे, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी
उन्होंने साफ कहा कि 1 मई से लागू की गई बिजली दरों में वृद्धि आम जनता के लिए आर्थिक बोझ बन गई है। खासकर घरेलू उपभोक्ताओं को इसका सीधा असर झेलना पड़ रहा है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि यह निर्णय जनहित नहीं, केवल राजस्व वसूली का माध्यम है।
बिजली सेवा की हकीकत: सुधार नहीं, सिर्फ शिकायत
ग्रीष्मकाल में आपूर्ति बाधित, समाधान नहीं
गढ़वा समेत झारखंड के अधिकतर क्षेत्रों में बिजली कटौती आम बात है। चौबे ने कहा कि गर्मी से लेकर बरसात तक मरम्मत के नाम पर घंटों बिजली काटी जाती है, लेकिन स्थायी समाधान नहीं दिया जाता।
“बिजली सेवा सुधरे बिना दरों में बढ़ोतरी करना अनुचित है। सरकार को जनता की जरूरतें नहीं, अपनी आय की चिंता है।”
— रितेश चौबे
शहरी-ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए समान पीड़ा
गांवों और शहरों दोनों में उपभोक्ता बिजली की स्थिति से नाखुश हैं। भाजपा नेताओं ने कहा कि बिजली कनेक्शन के नाम पर गरीबों से भारी वसूली की जा रही है, जिससे सैकड़ों परिवार अब भी अंधेरे में हैं।
उन्होंने मांग की कि सरकार बिजली कनेक्शन के लिए एक तय मामूली शुल्क लागू करे, ताकि गरीब जनता को राहत मिले।
वादा बनाम हकीकत: जनादेश का हो रहा अपमान
बिजली फ्री से महंगी बिजली तक का सफर
भाजपा का आरोप है कि हेमंत सरकार ने जनता के विश्वास के साथ धोखा किया है। चुनाव के समय बिजली फ्री देने का वादा, अब बिजली महंगी करने तक पहुंच गया है।
“झामुमो को मिला जनादेश आम जनता की उम्मीदों का प्रतीक था, लेकिन अब वही सरकार जनता को नजरअंदाज कर रही है।”
— रितेश चौबे
आंदोलन की चेतावनी, मांगों की फेहरिस्त
भाजपा ने सरकार से तत्काल बिजली दर वापस लेने, सेवा में सुधार लाने और उपभोक्ताओं को राहत देने की मांग की है। अगर सरकार नहीं चेती तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा।
इस विरोध प्रदर्शन में संजय जायसवाल, नवीन जायसवाल, राजेश विश्वकर्मा, लव ठाकुर सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे और सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना की।
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