
#छपरा #ट्रेनहादसा #रेलवे_लाइनपर_रील्स | पाटलिपुत्र एक्सप्रेस की चपेट में आकर गई दो युवाओं की जान
- छपरा में रील्स बनाते समय दो युवकों की ट्रेन से कटकर मौत
- बलिया-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस की चपेट में आए दोनों युवक
- हादसा छपरा ग्रामीण और गोल्डनगंज रेलवे स्टेशन के बीच हुआ
- अब तक मृतकों की पहचान नहीं हो सकी, पुलिस कर रही जांच
- रेलवे ट्रैक पर रील्स बनाने की लापरवाही बनी जानलेवा
रील्स के चक्कर में गई जान: ट्रैक बना शूटिंग स्पॉट, पर नहीं बची ज़िंदगी
बिहार के छपरा जिले में दो युवकों की जान उस समय चली गई, जब वे सोशल मीडिया के लिए रेलवे ट्रैक पर रील्स बना रहे थे। यह हादसा छपरा ग्रामीण और गोल्डनगंज स्टेशन के बीच उस वक्त हुआ जब बलिया-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस उसी पटरी से गुजर रही थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों युवक पूरी तरह रील्स बनाने में व्यस्त थे और उन्हें ट्रेन के आने की भनक तक नहीं लगी। तेज गति से आ रही ट्रेन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया, जिससे मौके पर ही दोनों की दर्दनाक मौत हो गई।
पहचान के लिए जुटी पुलिस, इलाके में फैली सनसनी
घटना की जानकारी मिलते ही छपरा पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को रेलवे ट्रैक से हटाकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेजा गया।
“रेलवे ट्रैक पर दो युवकों के शव मिले हैं। उनकी पहचान नहीं हो सकी है। आसपास के लोगों से पूछताछ जारी है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।” — मनोज कुमार प्रभाकर, थाना प्रभारी, मुफ्फसिल थाना
फिलहाल मृतकों की शिनाख्त नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि आस-पास के इलाकों में पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है।
सोशल मीडिया की लत बन रही जानलेवा
इस घटना ने एक बार फिर से सोशल मीडिया की सनक और लाइक्स की होड़ के खतरनाक परिणाम को उजागर कर दिया है। रेलवे ट्रैक जैसी खतरनाक जगहों पर रील्स बनाना न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि जानलेवा भी साबित हो सकता है।
पुलिस द्वारा लोगों से अपील की गई है कि जान जोखिम में डालकर वीडियो बनाना न केवल आत्मघाती है, बल्कि दूसरों के लिए भी दुखदायी हो सकता है।
न्यूज़ देखो : रील्स की होड़ में ज़िंदगी न हारें
सोशल मीडिया के दौर में प्रसिद्धि की चाह इंसान को अंधा बना रही है। छपरा की यह दुखद घटना बताती है कि कुछ सेकंड के वीडियो के लिए ज़िंदगी को दांव पर लगाना कितनी बड़ी भूल हो सकती है।
न्यूज़ देखो आपसे अपील करता है कि सोशल मीडिया पर ध्यान दें, लेकिन विवेक को न खोएं। जीवन की कीमत किसी भी रील्स या लाइक्स से कहीं ज्यादा है।