#बक्सर #शिक्षा_विभाग — मुख्यालय से गायब रहने वालों को नहीं मिलेगी छूट
- जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र पांडेय ने जारी किया सख्त आदेश
- बिना अनुमति मुख्यालय से अनुपस्थित रहने पर होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई
- सार्वजनिक अवकाशों में भी मुख्यालय में रहना अनिवार्य
- Whatsapp पर भेजे गए आवेदन को मान्यता नहीं दी जाएगी
- सभी बीईओ व जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को भेजी गई प्रतिलिपि
बिना अनुमति मुख्यालय से गायब रहने वाले अधिकारी अब रहें सावधान
बक्सर: शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र पांडेय ने बिना अनुमति मुख्यालय से गायब रहने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है। 17 अप्रैल 2025 को जारी एक कार्यालय आदेश में उन्होंने स्पष्ट किया कि कई अधिकारी मनमाने ढंग से अनुपस्थित रहते हैं, जिससे विभागीय कार्यों पर असर पड़ रहा है।
कार्यालय ज्ञापांक: 305 / बक्सर दिनांक: 17-04-2025 में कहा गया है कि अधिकारी बिना लिखित सूचना या पूर्व अनुमति के Whatsapp के जरिए अवकाश की सूचना भेज देते हैं, जो स्वीकार्य नहीं है।
सार्वजनिक अवकाश में भी रहना होगा उपस्थित
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि सार्वजनिक अवकाश के दिन भी अक्सर सरकारी बैठकें, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, और अन्य कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जिनमें प्रखंड एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य होती है। ऐसे में मुख्यालय से अधिकारियों की अनुपस्थिति से विभाग को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है।
“बिना अनुमति मुख्यालय से अनुपस्थित रहने पर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी और अनुशंसा सक्षम प्राधिकारी को भेज दी जाएगी,”
– अमरेंद्र पांडेय, जिला शिक्षा पदाधिकारी, बक्सर
आदेश का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई
इस आदेश के अनुसार:
- कोई भी पदाधिकारी बिना लिखित अनुमति के अवकाश नहीं ले सकेगा।
- मुख्यालय से अनुपस्थित रहना प्रतिबंधित रहेगा।
- आदेश की कॉपी सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों और जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को सूचनार्थ भेज दी गई है।
- जिला पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त और पटना प्रमंडल के क्षेत्रीय उप निदेशक को भी इस आदेश की प्रति भेजी गई है।
न्यूज़ देखो : शिक्षा में अनुशासन से ही आएगा सुधार
न्यूज़ देखो का मानना है कि शिक्षा विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग में अनुशासन और जवाबदेही जरूरी है। बक्सर जिला शिक्षा पदाधिकारी का यह कदम न सिर्फ शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाएगा बल्कि सरकारी प्रणाली में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की भावना भी विकसित करेगा।
हर ज़िम्मेदारी निभाइए समय पर, तभी बनेगा बिहार शिक्षा में अग्रणी।